*देहरादून,
उत्तराखंड के क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक उत्साहजनक खबर आ रही है। राज्य की क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) की नवनिर्वाचित सचिव किरण रौतेला वर्मा ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष राजीव शुक्ला से दिल्ली में एक महत्वपूर्ण मुलाकात की।
इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में होने वाले उत्तराखंड प्रीमियर लीग (यूपीएल) मैचों के लिए शुक्ला को औपचारिक निमंत्रण देना था, साथ ही राज्य में क्रिकेट को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करना।
यह मुलाकात न केवल उत्तराखंड क्रिकेट के विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है, बल्कि महिलाओं के नेतृत्व में राज्य के खेल क्षेत्र में हो रही प्रगति का भी प्रतीक है।
*किरण रौतेला वर्मा: उत्तराखंड क्रिकेट की नई प्रेरणा स्रोत*
किरण रौतेला वर्मा का नाम आजकल उत्तराखंड के क्रिकेट जगत में जोर-शोर से गूंज रहा है। मात्र कुछ दिनों पहले, 6 सितंबर 2025 को देहरादून में आयोजित सीएयू के चुनाव में उन्होंने निर्विरोध रूप से सचिव का पद हासिल किया, जो राज्य की क्रिकेट इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण था।
वह सीएयू की पहली महिला सचिव बनीं, जो बीसीसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त राज्य क्रिकेट संघों में महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल पेश करती हैं। रंवाई घाटी की इस बेटी ने राजनीति, सामाजिक कार्य और खेल प्रशासन में अपनी सक्रियता से पहले ही पहचान बना ली है।
किरन ने अपनी पहली ही आधिकारिक यात्रा में बीसीसीआई मुख्यालय पहुंचकर राजीव शुक्ला से भेंट की।
याद रहे कि राजीव शुक्ला एक प्रमुख राजनेता, मीडिया हस्ती और क्रिकेट प्रशासक के रूप में शुक्ला का लंबा अनुभव है—वह पहले उपाध्यक्ष और आईपीएल चेयरमैन रह चुके हैं।
उनकी अगुवाई में बीसीसीआई न केवल घरेलू क्रिकेट को मजबूत कर रहा है, बल्कि नए राज्यों को मुख्यधारा से जोड़ने पर भी जोर दे रहा है।
*आईपीएल निमंत्रण: उत्तराखंड के लिए बड़ा अवसर*
मुलाकात के दौरान किरन रौतेला वर्मा ने राजीव शुक्ला को उत्तराखंड में आयोजित होने वाले यूपीएल मैचों के लिए विशेष निमंत्रण दिया।
उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता, विकसित खेल सुविधाओं और बढ़ते क्रिकेट उत्साह को ध्यान में रखते हुए किरन ने कहा, “उत्तराखंड की युवा प्रतिभाएं क्रिकेट के प्रति उत्साही हैं। यूपीएल जैसे मेगा इवेंट का यहां आगमन न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन का मौका भी प्रदान करेगा। हम बीसीसीआई से अपील करते हैं कि उत्तराखंड को इस लीग में आप उत्तराखंड जरूर आए|
शुक्ला ने इस निमंत्रण का स्वागत किया और कहा कि बीसीसीआई के लोग यूपीएल में शामिल होने के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने उत्तराखंड के मौजूदा स्टेडियमों, जैसे राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम (देहरादून) की क्षमता और बुनियादी ढांचे की सराहना की। “उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में क्रिकेट का प्रसार सराहनीय है।
*क्रिकेट विकास पर गहन चर्चा: उच्च स्तर की योजनाएं*
मुलाकात का दूसरा प्रमुख एजेंडा उत्तराखंड में क्रिकेट को उच्च स्तर पर ले जाना था। किरन ने राज्य के क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर, युवा विकास कार्यक्रमों और महिलाओं के क्रिकेट को बढ़ावा देने पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि सीएयू के तहत वर्तमान में 20 से अधिक जिला स्तर के क्रिकेट क्लब सक्रिय हैं, लेकिन फंडिंग और कोचिंग की कमी एक बड़ी चुनौती है। “हम बीसीसीआई से उच्च गुणवत्ता वाले कोचिंग सेंटर, ग्रासरूट स्तर पर टूर्नामेंट और महिला क्रिकेट अकादमी स्थापित करने के लिए सहयोग चाहते हैं,” किरन ने कहा।
राजीव शुक्ला ने उत्तराखंड के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों, जैसे स्नेह राणा (जो भारतीय महिला टीम की कप्तान रह चुकी हैं) का उदाहरण देते हुए कहा कि राज्य में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बीसीसीआई की ‘मिशन 2030’ योजना के तहत उत्तराखंड को विशेष पैकेज देने का वादा किया, जिसमें स्टेडियम , आईपीएल-स्तरीय पिचें विकसित करना और स्कूली स्तर पर क्रिकेट को शामिल करना शामिल है। चर्चा में पर्यावरण-अनुकूल स्टेडियम निर्माण पर भी जोर दिया गया, जो उत्तराखंड की हरी-भरी वादियों के अनुरूप हो।
इसके अलावा, पहाड़ी इलाकों में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के लिए मोबाइल वैन और ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम की संभावना पर विचार-विमर्श हुआ।
यह चर्चा तब और महत्वपूर्ण हो जाती है जब उत्तराखंड ने हाल ही में सीनियर विमेंस मल्टी-डे चैलेंजर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है। किरन की अगुवाई में सीएयू अब राष्ट्रीय स्तर पर अधिक खिलाड़ियों को मौका देने की योजना बना रहा है।
*उत्तराखंड क्रिकेट के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत*
यह मुलाकात उत्तराखंड क्रिकेट के लिए एक नई शुरुआत का संकेत देती है। बीते वर्षों में राज्य ने रणजी ट्रॉफी और अन्य घरेलू टूर्नामेंटों में अपनी उपस्थिति दर्ज की है, लेकिन आईपीएल जैसे बड़े मंच तक पहुंचना एक सपना था।
किरण रौतेला वर्मा की पहल से यह सपना साकार होने की राह पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं के नेतृत्व में सीएयू अधिक समावेशी और गतिशील बनेगी, जो न केवल पुरुष बल्कि महिला क्रिकेट को भी बढ़ावा देगी।
राजीव शुक्ला ने मुलाकात के अंत में कहा, “उत्तराखंड का क्रिकेट हिमालय की तरह ऊंचा और मजबूत बनेगा। हम सीएयू के साथ मिलकर काम करेंगे।” वहीं, किरन ने शुक्ला को धन्यवाद देते हुए कहा, “यह मुलाकात हमारे राज्य के लाखों क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदों को मजबूत करती है।”
कुल मिलाकर, यह घटना भारतीय क्रिकेट के विकेंद्रीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले दिनों में उत्तराखंड आईपीएल के मैदान पर चमकते नजर आ सकता है, और राज्य के युवा वैश्विक स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे। क्रिकेट प्रेमी बेसब्री से अगली अपडेट का इंतजार कर रहे हैं।